विंग कमांडर व्योमिका सिंह ( Vyomika Singh) उन प्रमुख महिला अधिकारियों में शामिल थीं जिन्होंने भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में मीडिया को जानकारी दी। हाल ही में हुए घटनाक्रम में, India ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाया है। इस कार्रवाई की जानकारी देने के लिए विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और शीर्ष सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसे पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय के रूप में देखा जा रहा है।
विंग कमांडर Vyomika Singh (व्योमिका सिंह): India के ऑपरेशन सिंदूर में एक महत्वपूर्ण आवाज
विंग कमांडर व्योमिका सिंह उन प्रमुख अधिकारियों में शामिल थीं जिन्होंने भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में मीडिया को जानकारी दी। यह ऑपरेशन, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले आतंकी ठिकानों पर किया गया, पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का करारा जवाब है। भारत ने स्पष्ट रूप से आतंकवाद को बर्दाश्त न करने का अपना संकल्प दिखाया है, और इस ऑपरेशन में विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
India का आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम: ऑपरेशन सिंदूर

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और मजबूत करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया। यह कार्यवाही 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की प्रतिक्रिया थी, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस मिशन की सफलता भारत की आतंकवाद विरोधी क्षमताओं और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
Vyomika Singh (व्योमिका सिंह): एक कुशल वायुसेना अधिकारी
विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक कुशल और प्रतिष्ठित अधिकारी हैं। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं और राष्ट्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह का भारतीय वायुसेना तक का सफर बहुत पहले शुरू हो गया था। अपने स्कूली दिनों से ही अपने नाम के अनुसार – व्योमिका, जिसका अर्थ है “आकाश में रहने वाली”, मानो उनके भाग्य को लिख रहा था। इंजीनियरिंग में स्नातक, वह अपने परिवार की पहली सदस्य थीं जिन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होकर आईएएफ में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।
लेकिन राह आसान नहीं थी। “एक स्कूली छात्रा के रूप में, मैंने रोजगार समाचार में एक विज्ञापन देखा जिसमें लिखा था कि केवल अविवाहित पुरुष उम्मीदवार ही पायलट बन सकते हैं। इससे मुझे दुख हुआ,” उन्होंने कहा। फिर भी, सिंह ने हार नहीं मानी। इंजीनियरिंग के अपने अंतिम वर्ष में, उन्होंने पता चला कि महिलाएं यूपीएससी के माध्यम से शॉर्ट सर्विस कमीशन के जरिए आईएएफ में शामिल हो सकती हैं। उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण की, अपने पंख अर्जित किए, और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद मीडिया को जानकारी देने में उनकी उपस्थिति भारतीय सेना और वायुसेना के बीच समन्वय और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता को दर्शाती है।
India और पाकिस्तान: आतंकवाद एक साझा चुनौती
हालांकि, भारत हमेशा शांति और स्थिरता का पक्षधर रहा है, लेकिन सीमा पार से होने वाले आतंकवाद ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाया है। अतीत में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध ( India Pakistan वॉर ) और अन्य संघर्ष आतंकवाद की समस्या की जटिलता को दर्शाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर जैसे कदम आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के भारत के दृढ़ संकल्प का हिस्सा हैं। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी इस बात पर जोर दिया कि यह कार्रवाई किसी भी तरह से भारत पाकिस्तान युद्ध ( India Pakistan वॉर ) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नहीं की गई थी, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ एक लक्षित और आवश्यक प्रतिक्रिया थी।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर India का आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश है, जिसमें विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसी अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह कार्रवाई पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक कदम है और भारत की अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध जटिल रहे हैं, आतंकवाद एक ऐसी चुनौती है जिसका मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता है, भले ही अतीत में भारत पाकिस्तान युद्ध ( India Pakistan वॉर ) जैसे संघर्ष हुए हों। विंग कमांडर व्योमिका सिंह का मीडिया को संबोधित करना इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम की पारदर्शिता और गंभीरता को दर्शाता है।