भारत (India) के वर्तमान प्रधानमंत्री Narendra Modi ( पूरा नाम : श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी) एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने सामान्य पृष्ठभूमि से निकलकर देश के सर्वोच्च पद तक का सफर तय किया। उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। बचपन में रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाले मोदी ने अपने जीवन में कड़ा संघर्ष किया और एक साधारण बालक से लेकर India (भारत) के 15वें प्रधानमंत्री बनने तक का प्रेरणादायक सफर तय किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
Narendra Modi (नरेन्द्र मोदी) का प्रारंभिक जीवन कठिनाइयों से भरा था। उन्होंने बचपन में अपने पिता की चाय की दुकान पर काम किया। स्कूली शिक्षा वडनगर में प्राप्त करने के बाद उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और वहीं से सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। किशोरावस्था में उन्होंने India-Pakistan युद्ध के दौरान सैनिकों की मदद की और युवावस्था में छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बने।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत
Narendra Modi (नरेन्द्र मोदी) का राजनीति में सक्रिय प्रवेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठनात्मक कार्यों के साथ हुआ। 1990 के दशक में उन्होंने भाजपा को गुजरात सहित देश के कई हिस्सों में मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की रथ यात्राओं में प्रमुख संगठनकर्ता की भूमिका निभाई। वर्ष 1995 में उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया और बाद में 1998 में राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बने।
नरेन्द्र मोदी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई लोकप्रिय नारे दिए हैं, जिन्होंने जनता को प्रभावित किया है। इनमें से कुछ प्रमुख नारे इस प्रकार हैं:
- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास:
- यह नारा उनके विकास के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात कही गई है।
- अच्छे दिन आने वाले हैं:
- यह नारा 2014 के लोकसभा चुनावों में बहुत लोकप्रिय हुआ और इसने लोगों में एक नई उम्मीद जगाई।
- मैं भी चौकीदार:
- 2019 के चुनावों में यह नारा काफी चर्चा में रहा, जिसमें उन्होंने स्वयं को देश का ‘चौकीदार’ बताया।
- मेक इन इंडिया:
- यह नारा भारत में निर्माण को बढ़ावा देने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से दिया गया था।
- हर-हर मोदी, घर-घर मोदी:
- यह नारा 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान बहुत अधिक प्रचलित हुआ था।
- वोकल फॉर लोकल:
- यह नारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए दिया गया था।
- दवाई भी, कड़ाई भी:
- यह नारा कोरोना महामारी के दौरान दिया गया था, जिसमे सावधानी और दवाई दोनों पर जोर दिया गया था।
- दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी:
- कोरोना महामारी के दौरान लोगों को सामाजिक दूरी और मास्क के महत्व को समझाने के लिए यह नारा दिया गया था।
इन नारों ने नरेन्द्र मोदी की राजनीतिक छवि को मजबूत करने और जनता के साथ उनके जुड़ाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में
अक्टूबर 2001 में Narendra Modi को गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्होंने लगातार चार बार (2001–2014) राज्य की जनता का विश्वास जीतकर सरकार बनाई। उनके शासनकाल में गुजरात ने औद्योगिक विकास, आधारभूत ढांचा और प्रशासनिक सुधारों के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की। मोदी की कार्यशैली सादगी, अनुशासन और परिणामों पर केंद्रित रही। वे कम स्टाफ के साथ कार्य करने वाले और कर्मठ नेता के रूप में जाने जाते हैं।
2014 का लोकसभा चुनाव और प्रधानमंत्री पद
2014 के आम चुनाव में मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया गया। उन्होंने वाराणसी (उत्तर प्रदेश) और वडोदरा (Gujrat – गुजरात) दोनों लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उनकी अगुवाई में भाजपा ने 282 सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने कुल 336 सीटों पर विजय प्राप्त की। नरेन्द्र मोदी स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले व्यक्ति हैं, जो प्रधानमंत्री बने।
26 मई 2014 को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण से पूर्व उन्होंने संसद भवन की सीढ़ियों पर सिर झुकाकर प्रणाम किया, जो उनके लोकतंत्र के प्रति सम्मान का प्रतीक बना।
लोकप्रियता और विशेषताएं
Narendra Modi (नरेन्द्र मोदी) एक कुशल वक्ता हैं और उनकी रैलियों में भारी भीड़ उमड़ती है। वे हिन्दी और गुजराती भाषा में कविताएं भी लिखते हैं। टाइम पत्रिका ने उन्हें वर्ष 2013 में ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के लिए नामित 42 लोगों में शामिल किया।
उनकी विदेश यात्राएं वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करने वाली रही हैं। उन्होंने ‘स्वच्छ भारत अभियान’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘मेक इन इंडिया’ जैसे महत्वपूर्ण अभियानों की शुरुआत की, जिन्हें जन समर्थन भी मिला। सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता, उनकी योजनाओं और कार्यशैली को युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक जोड़ने का माध्यम बनी।
निजी जीवन
Narendra Modi (नरेन्द्र मोदी) का विवाह जसोदाबेन चमनलाल से हुआ था, लेकिन वे दोनों साथ नहीं रहे। मोदी का अपने परिवार, विशेष रूप से अपनी मां के प्रति गहरा स्नेह है। वे अपने जीवन में सादगी, अनुशासन और आत्मनिर्भरता के प्रतीक बने हुए हैं।
निष्कर्ष
Narendra Modi (नरेन्द्र मोदी) का जीवन संघर्ष, समर्पण और सेवा की मिसाल है। एक सामान्य परिवार से निकलकर देश के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचने की उनकी यात्रा, भारतीय लोकतंत्र की शक्ति और संभावनाओं को दर्शाती है। उनका नेतृत्व देश को एक नई दिशा देने का प्रयास है, जिसमें विकास, राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक गौरव के तत्व निहित हैं।