Aishwarya Rai Bachchan

Aishwarya Rai Bachchan और ‘Operation Sindoor’: भारत की परंपरा ने कांन्स 2025 में बटोरी सुर्खियाँ

Cannes Film Festival, जो विश्व सिनेमा, कला और फैशन का प्रतिष्ठित संगम है, वर्षों से भारत की प्रतिनिधि और बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री Aishwarya Rai Bachchan की भव्य उपस्थिति का साक्षी रहा है। 2002 में अपनी फिल्म देवदास के प्रीमियर के साथ कान्स में कदम रखने वाली ऐश्वर्या ने सिर्फ अपने सौंदर्य और अंदाज़ से नहीं, बल्कि भारत (India) की संस्कृति और गरिमा से भी अंतरराष्ट्रीय मंच को रोशन किया।

Cannes का सफर: भारतीयता और ग्लैमर का संगम

2002 में जब Aishwarya Rai Bachchan ने कान्स के रेड कार्पेट पर सुनहरी साड़ी में कदम रखा, तो उन्होंने सिर्फ फैशन की नहीं, भारतीय परंपरा की भी बात की। शाहरुख़ ख़ान और संजय लीला भंसाली के साथ उनकी यह उपस्थिति एक ऐतिहासिक क्षण बन गई, जिसने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाई।

उसके बाद से ऐश्वर्या हर साल Cannes का अभिन्न हिस्सा बन गईं। वे न केवल L’Oréal Paris की वैश्विक ब्रांड एंबेसडर के रूप में सामने आईं, बल्कि भारतीय डिज़ाइनरों जैसे एलि साब, माइकल सिंको और गौरव गुप्ता के डिज़ाइनों के ज़रिए भारतीय फैशन को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाईं।

कान्स 2025: ‘Operation Sindoor’ के प्रतीक के रूप में Aishwarya Rai Bachchan

2025 में Aishwarya Rai Bachchan की कान्स उपस्थिति इस बार विशेष रूप से चर्चा में रही – और इसका कारण था उनका पारंपरिक रूप और उसमें छिपा ‘Operation Sindoor’ का संदेश। उन्होंने डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की हाथ से बुनी आइवरी बनारसी साड़ी पहनी, जो भारतीय शिल्प और गरिमा की प्रतीक थी। लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा उनके माथे पर सजे गहरे लाल सिंदूर की रही।

सोशल मीडिया पर उनके इस लुक को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा जाने लगा, जो हाल ही में भारत द्वारा किए गए एक सैन्य अभियान का नाम था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।  का यह सिंदूर एक शांत लेकिन प्रभावशाली संकेत बन गया—भारत के प्रति सम्मान और परंपरा से जुड़ाव का प्रतीक। वहीं कुछ लोगों ने इसे उनके वैवाहिक जीवन से जुड़ी अफवाहों को शांत करने का प्रतीक भी माना।

अपने दूसरे लुक में ऐश्वर्या ने गौरव गुप्ता का एक बोल्ड काले रंग का गाउन पहना, जिसमें भगवद गीता का श्लोक “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” कढ़ा गया था। यह श्लोक कर्म और समर्पण का संदेश देता है। इस रूप में उन्होंने आध्यात्मिकता और फैशन का अद्भुत मेल पेश किया, जो भारत की दार्शनिक गहराई को दुनिया के सामने लाया।

द हिस्ट्री ऑफ साउंड’ के प्रीमियर पर चमका भारतीय गौरव

कान्स 2025 में The History of Sound के प्रीमियर के दौरान Aishwarya Rai Bachchan ने अपनी उपस्थिति से सभी का ध्यान खींचा। मनीष मल्होत्रा द्वारा डिज़ाइन की गई उनकी साड़ी बारीक बनावट, असली चांदी की ज़री और गुलाबी-सिल्वर टोन में बुनी गई थी। इसे एक खूबसूरत टिशू दुपट्टे के साथ संयोजित किया गया था, जिसमें जरदोज़ी कढ़ाई थी।

इस रूप को और भी भव्य बनाया गया मणि-माणिक जड़े गहनों से—जिसमें मोज़ाम्बिक रूबी और बिना कटे हीरे शामिल थे। लाल रूबी ने सिंदूर की छवि को और प्रबल किया, जिससे यह लुक Operation Sindoor की भावना का गहरा प्रतिनिधित्व बन गया।

इस लुक को आलिया और नयाब ने स्टाइल किया, जबकि मेकअप और हेयर स्टाइल आदित्य शर्मा और स्टीफन लैंसियन द्वारा किया गया।

भारत की वैश्विक प्रतिनिधि: एक प्रेरणा

Aishwarya Rai Bachchan  की Cannes यात्रा सिर्फ एक फैशन शो नहीं, बल्कि भारतीयता की वैश्विक प्रस्तुति है। उन्होंने बार-बार यह सिद्ध किया है कि भारतीय विरासत को गर्व के साथ कैसे विश्व मंच पर प्रस्तुत किया जा सकता है। उनके माध्यम से भारतीय डिज़ाइनरों को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है।

कान्स में ऐश्वर्या राय बच्चन की हर उपस्थिति एक महत्वपूर्ण क्षण होती है। वे एक मिसाल हैं कि कैसे कोई व्यक्ति अपनी जड़ों से जुड़े रहकर भी वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना सकता है। Operation Sindoor के प्रतीक के रूप में उनका 2025 लुक इस बात का प्रमाण है कि भारत(India), उसकी परंपराएं, और उसकी महिलाएं आज भी पूरी दुनिया को प्रेरित कर सकती हैं।

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