Dr. APJ Abdul Kalam delivering a motivational speech to young students, with the Indian flag and starry sky in the background, symbolizing dreams and aspirations.

APJ Abdul Kalam Biography in Hindi: मिसाइल मैन ऑफ इंडिया: संघर्ष (From Struggle to Peak) से शिखर तक की प्रेरणादायक कहानी

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam), जिन्हें Missile Man of India कहा जाता है, न केवल भारत के एक महान वैज्ञानिक और राष्ट्रपति थे, बल्कि एक दूरदर्शी विचारक और युवाओं के प्रेरणास्त्रोत भी थे। उनका जीवन साधारण शुरुआत से लेकर Vision 2020 जैसे राष्ट्रीय विकास मॉडल तक पहुंचने की एक गाथा है, जिसने भारत को वैश्विक मंच पर सशक्त बनाया।

Table of Contents

🧒 प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गांव में जन्मे APJ Abdul Kalam का बचपन बेहद साधारण था। उनके पिता जैनुलाब्दीन नाव चलाते थे, और माता आशियम्मा धार्मिक एवं सरल विचारों की महिला थीं। परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, परंतु कलाम जी का जज़्बा कभी कमजोर नहीं पड़ा। वे अखबार बेचकर अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाते थे।

उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज से भौतिकी और बाद में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से वैमानिकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। वहीं से उनका सपना भारत को अंतरिक्ष और रक्षा तकनीकों में आत्मनिर्भर बनाना शुरू हुआ।


🚀 वैज्ञानिक करियर और ‘Missile Man of India’ की पहचान

Dr. Kalam ने अपने वैज्ञानिक जीवन की शुरुआत DRDO से की, लेकिन उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियाँ ISRO में दिखीं, जहाँ उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी Satellite Launch Vehicle (SLV-III) का नेतृत्व किया। 1980 में ‘रोहिणी’ सैटेलाइट को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर भारत को ‘अंतरिक्ष क्लब’ में शामिल किया।

बाद में DRDO लौटने के बाद, उन्होंने Integrated Guided Missile Development Programme (IGMDP) का नेतृत्व किया और ‘अग्नि’, ‘पृथ्वी’, ‘त्रिशूल’, और ‘नाग’ जैसी मिसाइलों का सफलतापूर्वक निर्माण करवाया। इसी उपलब्धि के चलते उन्हें “Missile Man of India” की उपाधि मिली।


🔬 पोखरण-II परमाणु परीक्षण और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान

वर्ष 1998 में Pokhran-II nuclear tests के सफल परीक्षण में Dr. APJ Abdul Kalam की केंद्रीय भूमिका थी। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने 11 और 13 मई को राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किए, जिससे भारत एक परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र के रूप में विश्व मंच पर उभरा। यह घटना न केवल भारत के सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि Dr. Kalam को राष्ट्र के हीरो की तरह स्थापित कर गई।


🇮🇳 भारत के राष्ट्रपति: ‘जनता के राष्ट्रपति’

2002 में, Dr. Kalam को भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया। उनका कार्यकाल 2002 से 2007 तक चला। उन्हें ‘जनता का राष्ट्रपति’ कहा गया क्योंकि वे बच्चों, छात्रों और युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने राष्ट्रपति भवन को आम लोगों के लिए खोल दिया और देशभर में हजारों युवाओं से संवाद किया।


📘 Vision 2020 / India 2020: एक विकसित भारत का सपना

Dr. Kalam का Vision 2020, जिसे उन्होंने “India 2020: A Vision for the New Millennium” पुस्तक में प्रस्तुत किया, भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की रणनीति थी। इसमें उन्होंने विज्ञान, कृषि, स्वास्थ्य, तकनीक, ऊर्जा और शिक्षा में सुधार को भारत के विकास का स्तंभ बताया।

इस India 2020 विजन के ज़रिये उन्होंने यह दिखाया कि कैसे आत्मनिर्भरता और नवाचार भारत को वैश्विक महाशक्ति बना सकते हैं। उनका सपना था कि भारत न केवल तकनीकी रूप से विकसित हो, बल्कि सामाजिक रूप से भी समृद्ध और नैतिक हो।


✍️ साहित्यिक योगदान और प्रेरणा के स्त्रोत

Dr. Kalam एक उत्कृष्ट लेखक भी थे। उनकी प्रसिद्ध किताबें जैसे:

इन पुस्तकों ने भारत के करोड़ों युवाओं को अपने सपनों के लिए काम करने की प्रेरणा दी।

उनके प्रेरणात्मक विचारों में से कुछ हैं:

“सपने वो नहीं जो हम सोते हुए देखते हैं, सपने वो हैं जो हमें सोने नहीं देते।”

“यदि आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूर्य की तरह जलना सीखें।”

Inspirational Quote by APJ Abdul Kalam
Inspirational Quote by APJ Abdul Kalam

🏅 सम्मान और पुरस्कार

APJ Abdul Kalam को उनके योगदान के लिए अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले, जिनमें प्रमुख हैं:

  • पद्म भूषण (1981)

  • पद्म विभूषण (1990)

  • भारत रत्न (1997) — भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

Dr. APJ Abdul Kalam receiving Bharat Ratna
Dr. APJ Abdul Kalam receiving Bharat Ratna

🕊️ अंतिम दिन और अमर विरासत

27 जुलाई 2015 को IIM शिलॉन्ग में छात्रों को संबोधित करते समय, Dr. Kalam को दिल का दौरा पड़ा और वहीं उनका निधन हो गया। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति थी, लेकिन उनकी शिक्षाएं, विचार और विजन आज भी जीवित हैं।


निष्कर्ष: APJ Abdul Kalam की जीवनी क्यों पढ़ें?

Dr. APJ Abdul Kalam की जीवनी न केवल प्रेरणा देती है बल्कि यह भी सिखाती है कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी आत्मविश्वास, शिक्षा और दूरदर्शिता के साथ व्यक्ति राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दे सकता है। वे Missile Man of India थे, लेकिन साथ ही वह Dream Man of India भी थे—जो भारत को Vision 2020 के रास्ते पर ले जाना चाहते थे।

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Frequently Asked Questions About Dr. APJ. Abdul Kalam

प्रश्न: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल (APJ Abdul Kalam) कलाम का पूरा नाम क्या था?

उत्तर: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था।

प्रश्न: डॉ. कलाम का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

उत्तर: डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम के धनुषकोडी गाँव में हुआ था।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) के माता-पिता का क्या नाम था?

उत्तर: उनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन और माता का नाम आशियम्मा था।

प्रश्न: डॉ. कलाम को ‘मिसाइल मैन ऑफ इंडिया’ (Missile Man of India) क्यों कहा जाता है?

उत्तर: उन्हें भारत के मिसाइल विकास कार्यक्रमों (जैसे अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों) में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए ‘मिसाइल मैन ऑफ इंडिया’ (Missile Man of India) कहा जाता है।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) भारत के कौन से राष्ट्रपति थे?

उत्तर: वे भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति थे।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) ने राष्ट्रपति के रूप में कब से कब तक सेवा की?

उत्तर: उन्होंने 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई, 2007 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में सेवा की।

प्रश्न: डॉ. कलाम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कहाँ से प्राप्त की?

उत्तर: उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रामेश्वरम के प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कहाँ से की?

उत्तर: उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से वैमानिकी इंजीनियरिंग का अध्ययन किया।

प्रश्न: डॉ. कलाम का फाइटर पायलट बनने का सपना क्यों अधूरा रह गया?

उत्तर: भारतीय वायु सेना में केवल आठ रिक्तियां थीं और वे नौवें स्थान पर आए, जिससे उनका यह सपना अधूरा रह गया।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam)ने अपने वैज्ञानिक करियर की शुरुआत किस संगठन से की थी?

उत्तर: उन्होंने 1958 में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) से अपने वैज्ञानिक करियर की शुरुआत की थी।

प्रश्न: डॉ. कलाम ने ISRO में किस महत्वपूर्ण परियोजना पर काम किया?

उत्तर: उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-III) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न: पोखरण-II परमाणु परीक्षण कब किए गए थे और डॉ. कलाम की इसमें क्या भूमिका थी?

उत्तर: पोखरण-II परमाणु परीक्षण 11 और 13 मई, 1998 को किए गए थे, और डॉ. कलाम ने इनमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे भारत एक परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र बना।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) को ‘जनता के राष्ट्रपति’ क्यों कहा जाता था?

उत्तर: उन्हें आम लोगों, विशेषकर बच्चों और युवाओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और उनके प्रति उनके प्रेम के कारण ‘जनता के राष्ट्रपति’ कहा जाता था।

प्रश्न: डॉ. कलाम का ‘विजन 2020’ क्या था?

उत्तर: ‘विजन 2020’ या ‘इंडिया 2020’ भारत को 2020 तक एक विकसित राष्ट्र में बदलने का उनका महत्वाकांक्षी रोडमैप था, जिसमें कृषि, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया था।

प्रश्न: डॉ. कलाम की आत्मकथा का क्या नाम है?

उत्तर: उनकी आत्मकथा का नाम “विंग्स ऑफ फायर” (Wings of Fire) है।

प्रश्न: डॉ. कलाम (APJ Abdul Kalam) द्वारा लिखी गई कुछ अन्य प्रमुख पुस्तकों के नाम क्या हैं?

उत्तर: उनकी अन्य पुस्तकों में “इग्नाइटेड माइंड्स” (Ignited Minds) और “इंडिया 2020: ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम” (India 2020: A Vision for the New Millennium) शामिल हैं।

प्रश्न: डॉ. कलाम को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान कब मिला और उसका नाम क्या है?

उत्तर: उन्हें 1997 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ मिला।

प्रश्न: डॉ. कलाम के कुछ प्रसिद्ध प्रेरणादायक उद्धरण क्या हैं?

उत्तर: “सपने वो नहीं होते जो हम सोते हुए देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।” और “यदि आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूर्य की तरह जलना सीखें।” उनके कुछ प्रसिद्ध उद्धरण हैं।

प्रश्न: डॉ. कलाम का निधन कब और कैसे हुआ?

उत्तर: उनका निधन 27 जुलाई, 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) शिलांग में एक व्याख्यान देते समय दिल का दौरा पड़ने से हुआ।

प्रश्न: डॉ. कलाम की विरासत का मुख्य संदेश क्या है?

उत्तर: उनकी विरासत हमें बड़े सपने देखने, ज्ञान प्राप्त करने, चुनौतियों का सामना करने और राष्ट्र निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रेरित करती है।

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